रग्बी की रियो 2016 ओलंपिक में वापसी हुई, जब रग्बी के 'Sevens' फॉर्मेट ने रोमांचक और शानदार खेल प्रदर्शन किया।
टोक्यो 2020 प्रतियोगिता एनीमेशन "एक मिनट, एक स्पोर्ट"
हम आपको एक मिनट में रग्बी के नियम और हाइलाइट दिखाएंगे। चाहे आप रग्बी से परिचित हों या इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हों, "एक मिनट, एक स्पोर्ट" खेल की व्याख्या करता है। नीचे वीडियो में देखें कि ये कैसे काम करता है..
अवलोकन
रग्बी में एक ओवल की आकार के गेंद को मैदान के विरोधी टीम के छोर पर स्थित लक्ष्य रेखा तक पहुंचाना होता है और ऐसा सफलतापुर्वक करने पर अंक दिया जाता है। इस दौरान गेंद को लेकर भागा जा सकता है, पासिंग दी जा सकती है और इसे किक भी किया जा सकता है। गेंद से खेले जाने वाले दूसरे खेलों से रग्बी एकदम अलग है, इस खेल में खिलाड़ी गेंद को लेकर ट्राई लाइन की ओर बढ़ते हैं, जब उनका विरोध किया जाता है तो वो बचने के लिए पास करने के बजाए अपनी ताकत लगाते हैं, जिससे वो उनसे छुटकारा पा सकें। इस खेल में खिलाड़ियों की गति और प्रतिबद्धता महत्वपुर्ण भूमिका निभाती है।
रग्बी की झलक फुटबॉल में देखी जा सकती है क्योंकि ये खेल 19वीं शताब्दी के दौरान अंग्रेजी पब्लिक स्कूलों में खेला गया था। 1823 में रग्बी स्कूल में एक फुटबॉल मैच के दौरान, William Webb-Ellis नामक एक युवा खिलाड़ी ने अचानक गेंद को उठाया और गोल की ओर भाग गया। उसके इस कारनामे ने बिल्कुल नए खेल को जन्म दे दिया। रग्बी स्कूल ने खेल को अपना नाम दिया और नियमों का पहला सेट भी विकसित किया। रग्बी फुटबॉल यूनियन की स्थापना 1871 में हुई थी और इंटरनेशनल रग्बी बोर्ड 1886 में स्थापित किया गया था, जिसे अब वर्ल्ड रग्बी के नाम से जाना जाता है। आज दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के रग्बी यूनियन खेले जाते हैं, जिसमें रग्बी (पंद्रह-हर -साइड) और रग्बी सेवन्स मुख्य प्रतियोगिताएं हैं।
रग्बी (पंद्रह-हर -साइड) केवल पुरुषों की टीमों के साथ पेरिस 1900, एंटवर्प 1908, एंटवर्प 1920 और पेरिस 1924 में खेला गया था, जिसके बाद रग्बी ने रियो 2016 खेलों में अपने सात-पक्षीय प्रारूप के साथ वापसी की। रियो में पहली बार महिलाओं की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई थी।
कार्यक्रम
- 12-टीम टूर्नामेंट (पुरुष/महिला)
खेल का सार
तीव्र एक्शन और सटीक टैकल
रग्बी सेवन्स भी उसी मैदान पर खेला जाता है, जिसपर पंद्रह-हर -साइड गेम खेली जाती है। रग्बी के पिच का आकार 100 मीटर लंबा और 70 मीटर चौड़ा होता है। रग्बी सेवन्स वो प्रारुप है जिसको भले ही एक ही आकार के मैदान पर खेला जाता है लेकिन इसमें कम खिलाड़ियों के होने की वजह से तेज दौड़, अधिक रनिंग, अधिक टैकल और अधिक प्रयास देखने को मिलते हैं। पंद्रह-हर -साइड गेम में जहां 40-मिनट के दो हिस्से होते हैं, वहीं ओलंपिक खेलों में सेवेंस मैचों के लिए समय की अवधि 14 मिनट है, जिसमें सात मिनट के दो हिस्से होंगे। कम समय के बावजूद, रग्बी सेवेंस के खिलाड़ी को खेल के उच्चतम स्तर पर मुकाबले के लिए अविश्वसनीय रूप से फिट, शक्तिशाली और कुशल होना चाहिए।
स्कोरिंग की विधि:
- ट्राई: जब एटेकिंग प्लेयर गेंद को सफलतापूर्वक विरोधी टीम की ट्राय लाइन के आगे या डेड-बॉल लाइन से पहले रखता है: 5 अंक
- रूपांतरण: जब एक कोशिश सफल हो जाती है, उस टीम को एक अतिरिक्त किक से सम्मानित किया जाता है, जिसे रग्बी सेवन्स में ड्रॉप गोल माना जाता है: 2 अंक
- ड्रोप गोल: जब कोई खिलाड़ी गेंद की उछाल के बाद उसे गोल पोस्ट के उपर सफलतापूर्वक मारता है तो ये पेनल्टी मानी जाती है: 3 अंक
- पेनल्टी गोल: एक खिलाड़ी को ड्रोप गोल की स्थिति में गोल पर किक मारने की पेनल्टी मिल सकती है जिसके लिए उसके पास 60 सेकंड होते हैं: 3 अंक
एक टीम में तीन फॉरवर्ड और चार बैक खिलाड़ी होते हैं, और प्रत्येक टीम एक गेम के दौरान पांच फेर-बदल (सब्सट्यूशन) कर सकती है। रग्बी सेवेंस में सभी खिलाड़ियों को एटैक और डिफेंस में कुशल होना चाहिए, साथ ही तेज़ दौड़ने में सक्षम, सटीक पास और प्रभावी टैकल करने की कला भी खिलाड़ियों में होनी चाहिए।.
टोक्यो 2020 खेलों के लिए आउटलुक
All Blacks (न्यूज़ीलैंड की रग्बी टीम का नाम) को काउंटर करने के लिए शक्ति और जुनून
टोक्यो 2020 में पुरुषों और महिलाओं की प्रत्येक प्रतियोगिता में कुल 12 टीमें पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। न्यूज़ीलैंड की पुरूष टीम को All Black और महिला टीम को Black Fern के नाम से जाना जाता है, जो पंद्रह-हर -साइड गेम में इस खेल की पावरहाउस मानी जाती हैं। दोनों टीमों के पास जबरदस्त जीत का रिकॉर्ड है, पुरुषों ने नौ रग्बी विश्व कप टूर्नामेंट में से तीन जीते हैं और महिलाओं ने आठ विश्वकप में से पांच पर कब्जा जमाया है।
रग्बी सेवन्स में फ़िजी की पुरुष टीम ने विश्व और ओलंपिक चैंपियन का ताज अपने पास रखा है और 2018-19 की वर्ल्ड रग्बी सेवेंस सीरीज़ में स्वर्ण पदक भी अपने ही नाम किया था। यही नहीं रियो 2016 में रग्बी सेवन्स का पहला ओलंपिक खिताब भी अपने नाम किया। उनकी अनोखी शैली दुनियाभर के रग्बी सेवेन्स के फैंस को आकर्षित करती है। दुनिया भर में रग्बी सेवेंस की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। न्यूजीलैंड की पुरुष टीम रियो 2016 में पदक जीतने में असफल रही थी। इस प्रतियोगिता में ग्रेट ब्रिटेन ने रजत पदक जीता और दक्षिण अफ्रीका ने कांस्य पर निशाना साधा।
न्यूजीलैंड की महिला टीम ने 2018-19 की विश्व रग्बी सेवन्स सीरीज़ जीती थी, लेकिन सभी छह टूर्नामेंटों में से एक में ही पदक हासिल किया। रियो 2016 के खेलों के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद न्यूज़ीलैंड को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था जबकि इस टुर्नामेंट का कांस्य कनाडा ने जीता था।
पुरुषों और महिलाओं के खेल का स्तर साल-दर-साल बढ़ रहा है, और विश्व रग्बी सेवेंस सीरीज़ 2020 पहले से अधिक टूर्नामेंट का आयोजन करेगा। टोक्यो 2020 गेम्स में मुकाबले संघर्षपुर्ण देखने को मिल सकते हैं।
सामान्य ज्ञान
रग्बी सेवन्स में एक घोटाले का गठन प्रत्येक टीम के तीन खिलाड़ियों के साथ किया जाता है, ताकि गेंद को जल्दी से जल्दी खेलने के लिए तेजी से रिज़ॉल्यूशन दिया जा सके।