डायनामिक एयरबोर्न घुमाव से लेकर पानी में बेहतरीन प्रवेश करने तक - दो सेकंड से भी कम समय का अद्भुत रोमांच।
टोक्यो 2020 प्रतिस्पर्धा एनिमेशन ‘’एक मिनट, एक खेल’’
डाइविंग के वह सारे नियम जो आपको जानना चाहिए, भले ही आप डाइविंग के बारे में जानते हों या नहीं “एक मिनट, एक स्पोर्ट” आपको देगा हर एक जानकारी।
"वन मिनट, वन स्पोर्ट" आपको एक मिनट में डाइविंग के नियम और हाइलाइट्स दिखाएगा
अवलोकन
ओलंपिक में दो तरह के डाइविंग इवेंट होते हैं:
- स्प्रिंग बोर्ड - जहां एथलीट के पास 3 मीटर का duralumin diving board होता है, जहां से वह उछाल ले सकते हैं और हवा में कलाबाज़ी खाते हैं।
- प्लेटफ़ॉर्म – जहां एथलीट 10 मीटर के हाई फ़िक्स्ड प्लेटफ़ॉर्म से छलांग लगाते हैं।
डाइवर्स को टेक ऑफ़ की दिशा के हिसाब से अलग किया जाता है, ताकि उसी हिसाब से समर सॉल्ट्स और ट्विस्ट की दिशा तय की जाए, और ये देखा जाता है कि हैंड स्टैंड से डाइव की शुरुआत हो। स्कोरिंग कई चीज़ों पर निर्भर होती है, जिसमें डाइवर्स का ख़ूबसूरत मूवमेंट शामिल होता है। इसमें भी तीन तरह की रोटेशन (स्ट्रेट, पाइक और टक), और पानी में जाते समय कम से कम छींटे उड़ना शामिल है। इसके अलावा सिंक्रोनाइज़्ड डाइविंग में अतिरिक्त रूप से स्कोर किया जाता है और ये देखा जाता है कि दो डाइवर एक-दूसरे की गतिविधियों से कितने अच्छे से मेल खाते हैं। अंक 10 के पर्फ़ेक्ट स्कोर से काटे जाते हैं।
डाइवर का पानी में प्रवेश सही रहा या ग़लत, इसका फ़ैसला दर्शकों के लिए खेल की अपील का हिस्सा होता है। ओलंपिक स्तर पर दुनिया के बेहतरीन डाइवर तो क़रीब क़रीब पानी में प्रवेश करते हुए एक बूंद भी छींट नहीं उड़ाते, बस पानी के बुलबुले दिखाई पड़ते हैं। इस तरह की साफ़ एंट्री को ‘रिप एंट्री’ कहा जाता है।
कार्यक्रम का कार्यक्रम
- 3 मीटर स्प्रिंग बोर्ड (पुरुष/महिला)
- 10 मीटर प्लेटफ़ॉर्म (पुरुष/महिला)
- सिंक्रोनाइज़्ड 3 मीटर स्प्रिंग बोर्ड (पुरुष/महिला)
- सिंक्रोनाइज़्ड 10 मीटर प्लेटफ़ॉर्म (पुरुष/महिला)
खेल का सार
बहुत गहरी डाइव लगाने की प्रतिस्पर्धा
पहले डेढ़ से लेकर ढाई रोटेशन को 3 मीटर स्प्रिंग बोर्ड इवेंट में मापदंड माना जाता था। लेकिन अब नए युग में डाइवर और भी ज़्यादा हवा में कलाबाज़ी खाते हुए पानी में प्रवेश करते हैं, जो साढ़े तीन से लेकर साढ़े चार रोटेशन तक हो जाती है। कभी कभी तो पानी में प्रवेश करने से पहले ये तीन ट्विस्ट तक हो जाती है।
अब जब प्लेटफ़ॉर्म डाइवर्स को बोर्ड से उछाल लेने में मदद नहीं मिलती, या टेक ऑफ़ करने के लिए वह ऊंचाई नहीं मिल पाती, ऐसे में उन्हें छोटी और रफ़्तार के साथ कई सीरीज़ के बाद वह पानी में प्रवेश करते हैं। यही वजह है कि प्लेटफ़ॉर्म इवेंट के ज़्यादातर डाइवर्स छोटे कद़ के और ताक़तवर होते हैं जबकि स्प्रिंग बोर्ड डाइवर इनकी तुलना में लंबे और पतले होते हैं।
दोनों ही यानी स्प्रिंग बोर्ड और प्लेट फ़ॉर्म इवेंट में पुरुष और महिला की नज़र सर्वोच्च स्कोर क्रमश: 6 और 5 पर रहती है। हालांकि लीडर बोर्ड नाटकीय तौर पर बदल भी सकता है, जहां जो डाइवर फ़ाइनल डाइव तक सबसे ऊपर होता है वह ख़ुद को टॉप स्पॉट से बाहर होता हुआ भी पा सकता है।
2008 बीजिंग ओलंपिक में हुए प्लेटफ़ॉर्म इवेंट के दौरान ऐसा ही नाटकीय मोड़ देखने को मिला था, जब ऑस्ट्रेलियाई डाइवर Matthew Mitcham ने पहला स्थान छठे और फ़ाइनल डाइव के बाद हासिल किया था। उन्होंने एक बार में ओलंपिक इतिहास का सबसे ज़्यादा स्कोर बनाकर इतिहास रच डाला था, और चीनी प्रतिद्वंदी को शिकस्त दी थी जो लगातार नंबर-1 पर चल रहे थे लेकिन फ़ाइनल डाइव में उनकी एंट्री ख़राब हो गई थी। हर एक डाइव कुछ ही पलों में ख़त्म हो जाती है, लेकिन प्रतिस्पर्धा अंत तक रोमांच बनी रहती है।
टोक्यो 2020 खेलों के लिए आउटलुक
बेहतरीन प्रतिस्पर्धा और जटिल डाइव्स
डाइविंग में अमेरिका का दबदबा 1904 सेंट लुईस ओलंपिक से ही चला आ रहा था, लेकिन 1984 लॉस एंजेल्स ओलंपिक से चीन की महिला डाइवर्स पॉवर हाउस की तरह सामने आईं, जबकि चीनी पुरुषों का वर्चस्व 1992 बार्सिलोना ओलंपिक में देखने को मिला था। 2008 बीजिंग ओलंपिक में तो इस इवेंट में चीन के नाम 8 में से 7 मेडल रहे। जिस युग में ढाई या साढ़े तीन रोटेशन वाली डाइव एक मापदंड बन गई थी, चीनी डाइवर्स ने उसे पीछे छोड़ते हुए साढ़े चार रोटेशन करते हुए और भी जटिल बना दिया था। इतना ही नहीं चीनी डाइवर्स की पानी में एंट्री के दौरान तो छींट का भी नामोनिशान नहीं होता।
अब 2020 टोक्यो ओलंपिक के दौरान डाइविंग इवेंट के बेहद प्रतिस्पर्धी होने की उम्मीद है, क्योंकि अमेरिका एक बार फिर अपनी ताक़त वापस हासिल कर चुका है। साथ ही साथ इटली, ग्रेट ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के पास भी बेहतरीन डाइवर्स हैं। इस इवेंट में प्रतिस्पर्धा अब और भी बढ़ती जा रही है, 2016 रियो ओलंपिक के पुरुष सिंक्रोनाइज़्ड 3 मीटर डाइविंग इवेंट में ग्रेट ब्रिटेन को गोल्ड, अमेरिका को सिल्वर और चीन को मिला था कांस्य पदक।
डाइवर्स इसी तरह इस बार भी और ज़्यादा ऊंची और रफ़्तार से भरी डाइव, ज़्यादा रोटेशन, और ख़ूबसूरती के साथ पानी में एंट्री के लिए प्रतिस्पर्धा करते हुए नज़र आएंगे। यानी दर्शकों को इस खेल में और भी आनंद और रोमांच की पूरी उम्मीद होगी।
सामान्य ज्ञान
पहली बार स्प्रिंग बोर्ड देवदार के पेड़ से बनाए गए थे, देवदार, जो अपेक्षाकृत कम लचीला होता है। आज के स्प्रिंग बोर्ड विमान-ग्रेड एल्यूमीनियम से बने होते हैं, जो बड़ी मात्रा में उछाल उत्पन्न कराते हैं।