पिछले साल मई में ये स्पैनिश घुड़सवार अस्पताल में ब्रेन हैमरेज के बाद ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। 25 दिनों तक कोमा में रहने के बाद इस 22 वर्षीय एथलीट ने बेहतरीन तरह से वापसी की है और अब अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए टोक्यो 2020 में प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं।