रियो डी जनेरियो, ब्राजील - अगस्त 17: भारत की Sakshi Malik ने रियो 2016 ओलंपिक खेलों में महिला फ्रीस्टाइल 58 किग्रा कांस्य मैच के दौरान किर्गिस्तान के Aisuluu Tynybekova के खिलाफ मुकाबला किया
2016 Getty Images
राष्ट्रीय ट्रायल्स में Sonam Malik के हाथों अप्रत्याशित हार झेलने के बाद Sakshi Malik की नज़र एशियन ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स में जगह बनाना है
वीडियो उपलब्ध नहीं है
हमें खेद है, लेकिन यह वीडियो आपके क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है
साक्षी मलिक (IND) ने एसुलु ताइनीबेकोवा (KGZ) को 8-5 से हराया
11:57
रियो 2016 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पहलवान Sakshi Malik ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (WFI) से गुज़ारिश की है कि उन्हें एक बार फिर ट्रायल्स का मौक़ा दिया जाए ताकि वह टोक्यो 2020 के क्वालिफ़ायर में जा सकें।
न्यूज़ एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया के हवाले Sakshi Malik ने कहा, ‘’मुझे आशा है कि एक बार फिर ट्रायल्स का मौक़ा मिलेगा, अगर मैं उसमें क्वालिफ़ाई कर जाती हूं तो मेरे पास फिर दो मौक़े होंगे। एक एशियन ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स और दूसरा वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स। मैं उन दोनों ही महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में शामिल होना चाहती हूं।‘’
जनवरी में हुए नेशनल ट्रायल्स के दौरान Sakshi Malik को दो बार की कैडेट चैंपियन Sonam Malik से हार का सामना करना पड़ा था। Sonam ने उस मुक़ाबले में पीछे होने के बावजूद अंतिम लम्हों में चार प्वाइंट्स लेते हुए एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप के भारतीय दल में जगह बना ली थी।
रियो डी जनेरियो, ब्राजील - 17 अगस्त: भारत की Sakshi Malik को महिला फ्रीस्टाइल 58 किलोग्राम कांस्य पदक के दौरान किर्गिस्तान के Aisuluu Tynybekova के खिलाफ विजेता घोषित किया गया है जो | (Lars Baron द्वारा फोटो) गेटी इमेजेज)
2016 Getty Images
Sakshi कर रहीं है तकनीक में बदलाव
हालांकि Sakshi को नेशनल ट्रायल्स में हार मिली थी लेकिन फिर भी वह एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप के 65 किग्रा वर्ग में हिस्सा लेंगी लेकिन ये नॉन ओलंपिक कैटेगिरी है। जिसको लेकर Sakshi ने कहा, “एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप के लिए मेरी तैयारियां अच्छी चल रही हैं, मैं हर प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं और पदक जीतना चाहती हूं। मैं अपनी तकनीक पर भी काम कर रही हूं, मैं कोशिश करूंगी दोबारा वह गलती न हो जो पहले मुझसे हुई है।‘
साक्षी मलिक- भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान
2016 Getty Images
Sakshi Malik के लिए 65 kg एक नई कैटेगिरी है, उन्होंने रियो 2016 में पदक 58 kg कैटेगिरी में जीता था। जबकि नेशनल ट्रायल्स में वह 62 kg वर्ग में खेल रहीं थीं, लेकिन 27 वर्षीय इस पहलवान की सोच कुछ अलग है।
‘’मैं उसी कैटेगिरी में अपनी विपक्षियों को देख रही हूं और उसी हिसाब से मैंने अपनी रणनीति और तकनीक को बेहतर किया है। रेसलिंग में कोई भी कमज़ोरी ख़तरनाक हो सकती है फिर चाहे वह रक्षात्मक हो या आक्रामक।‘’
एशियाई चैंपियनशिप के रास्ते टोक्यो 2020
WFI ने ये पहले ही कह दिया है कि अगर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो फिर एक बार और सभी पहलवानों को ट्रायल्स से गुज़रना होगा, और फिर उन्हें एशियन ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स में जगह मिलेगी।
एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप 18 से 23 फ़रवरी के बीच नई दिल्ली में आयोजित होगी, और इसे एशियन ओलंपिक क्वालिफ़ायर्स की तैयारी के लिए एक बेहतर मंच माना जा रहा है। ओलंपिक के लिए एशियन क्वालिफ़ायर्स मार्च में आयोजित होगा।