उनका खेल जीवन
Ruben Limardo ने जब वेनेज़ुएला के इतिहास में सिर्फ दूसरा ओलिंपिक पदक 2012 लंदन खेलों में पदक जीता तो वह राष्ट्रिय स्तर पर बहुत लोकप्रिय हो गए थे।
अगले साल आयोजित होने वाले टोक्यो 2020 खेलों में वह अपने करियर का दूसरा ओलिंपिक पदक जीतना चाहते हैं। टोक्यो 2020 से बात करते हुए कहा, "वेनेज़ुएला के खेल इतिहास में किसी भी पुरुष ने एपी में दो ओलिंपिक पदक नहीं जीते हैं और मैं वह बनने का प्रयास कर रहा हूँ। मेरा लक्ष्य मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।"
उस लक्ष्य को पाने के लिए वह इस समय हर संभव प्रयास कर रहे हैं और उसका पहला कदम था 2019 लीमा पैन अमरीकी खेलों जीतने के लिए टोक्यो 2020 ओलिंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करना। उन्होंने साल 2018 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता था और यह इस प्रतियोगिता यह उनका दूसरा पदक था।
उन्होंने कहा,"अपने भाइयों के साथ पदक जीतना मेरा सपना है। मुझे पदक के रंग की चिंता नहीं है और अपने परिवार के साथ पदक जीतना मेरे लिए ज़रूरी है।"
Limardo पिछले 19 सालों से पोलैंड में रह रहे हैं और अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक खेलों के लिए वह अभ्यास भी वहीँ कर रहे हैं।
उनका व्यावसायिक जीवन
Limardo एक लोकप्रिय खेल सितारे ज़रूर हैं लेकिन अपने परिवार को पालने और सहयोग देने के लिए अन्य कार्य भी करते हैं।
उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं जिन्हे वह कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान कई महीनों तक नहीं मिल पाए क्योंकि वह तीनों वेनेज़ुएला में थे। Limardo का सपना था कि परिवार ओलिंपिक खेलों के लिए कर रहे अभ्यास के दौरान उनके पास रहे और अंत में यह सच हो गया।
आर्थिक परिस्थितियों के कारण Limardo को पैसे कमाने के लिए एक नया कार्य ढूंढ़ना पड़ा और पिछले सात हफ़्तों से वह एक खाना पहुँचाने वाले का काम कर रहे हैं। टोक्यो 2020 से बात करते हुए उन्होंने बताया, "कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान अपने परिवार को यूरोप लाना बहुत कठिन था और मुझे पैसे गंवाने की जगह कमाने थे।"
फेंसिंग के साथ काम करना और परिवार के साथ समय बिताना उनके खेल के आड़े नहीं आ रहा है और वह निरंतर अभ्यास कर रहे हैं।
उन्होंने बताया, "मैंने एक ऐसी नौकरी ढूंढी है जो मेरे खेल जीवन में कोई बाधा न बने। मुझे हर रोज़ बहुत कड़ा अभ्यास करना होता है लेकिन मैं काम करने के साथ इसका संतुलन बना लेता हूँ। मैं एक खिलाड़ी हूँ और मेरे अंदर अधिक कार्य करने की क्षमता है।"
Limardo को इस परिस्थिति का लाभ भी दिखाई देता है, "यह दोनों कार्य करते हुए मैं बहुत थक जाता हूँ लेकिन इससे मेरी सहायता भी होती है क्योंकि इस कार्य में मुझे साइकिल चलानी होती है और वह मेरे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है।"
उन्होंने बताया की यह कार्य वह जीवन भर नहीं करने वाले, "मुझे पता है कि यह कार्य ज़्यादा समय तक नहीं करना है और केवल परिस्थितयों के कारण मैं यह कर रहा हूँ। आशा करता हूँ की अगले साल परिस्थितियों में सुधार आएगा और मैं टोक्यो 2020 खेलों के लिए पूरी एकाग्रता से अभ्यास कर पाउँगा।"
"हर बार जब मैं उस साइकिल के पेडल पर कदम रखता हूँ तो मुझे ऐसा लगता है कि मैं टोक्यो पदक के और समीप आ गया हूँ। यह कार्य मुझे अपने लक्ष्य के प्रति और ज़्यादा प्रेरित करता है।"
खाना पहुँचाने का काम करने से पहले भी Limardo का लक्ष्य टोक्यो ओलिंपिक खेलों पर पदक जीतना था और इन कठिन परिस्थितियों ने उनके निश्चय को अति दृढ कर दिया है।