पहली ओलंपिक यादें: ओलंपिक खेलों से प्रेम की कहानी, खिलाड़ियों की ज़ुबानी
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अगले वर्ष टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों में अब एक साल से कम समय रह गया है और टोक्यो 2020 ने विश्व के कुछ सितारों से पूछा की उन्हें खेलों से प्रेम कैसे हुआ। इस सिलसिले के पांचवे भाग में हमने की Paola Espinosa, Mickaël Mawen, Antonio Díaz, Michelle Bromley और Rommel Pacheco से बातचीत।
बीजिंग 2008 में कांस्य और लंदन 2012 में रजत पदक विजेता (महिलाओं की सिंक्रोनाइज़्ड 10मी प्लेटफार्म)
'मेरा सबसे यादगार ओलंपिक क्षण वह था जब मैं 10 मी के प्लेटफार्म के ऊपर था
और उसके बाद जब मैं कूदा तो नीचे 'एथेंस 2004' लिखा हुआ था।'
'साल 2004 में हुए एथेंस ओलंपिक खेल मेरे लिए बहुत खास थे क्योंकि वह मेरी पहली प्रतियोगिता थी, तो आप सोच सकते हैं कि मुझे कैसा लगा होगा। अपने ओलंपिक खेलों के सपने को पूरा करने के लिए 11 वर्ष की उम्र में मैंने अपने घर और परिवार दोनों को छोड़ दिया था।'
'मैंने अपना लक्ष्य 17 की आयु में पा लिया और मेक्सिको की टोली में मैं सबसे युवा खिलाड़ी था। मेरे लिए सब कुछ जैसे एक सपना था, और खेलों के पहले जब मुझे सूटकेस मिला जिसमे यूनिफार्म और अनेक दिलचस्प चीज़ें थी। मुझे ऐसा लगा कि मैं कोई खास व्यक्ति हूँ, और ऐसा लगा की मेरे सारे सपने सच हो गए। मुझे ऐसे लगा मैंने जो लक्ष्य निर्धारित किए थे वह सारे पूरे हो गए हैं।'
'पूरा खिलाड़ी मंडल एक साथ में सफर कर रहा था, और अलग खेलों के लोग भी थे। उसी समय मुझे इस बात का एहसास हुआ की यह एक असाधारण और अद्भुत मौका है।'
जब मैं ग्रीस पहुंचा और मैंने उस बेहद आकर्षक पूल को देखा, तो मैं चौंक गया। ओलंपिक विलेज से लेकर खाने तक सब बहुत ही अच्छा था।
मेरा ओलंपिक खेलों में भाग लेने का हमेशा से लक्ष्य था कि विश्व के सबसे बड़े खेल पटल पर महान खिलाड़ियों की तरह अपनी कुशलता का प्रमाण दूं।
'मेरा सबसे यादगार ओलंपिक क्षण वह था जब मैं 10 मी के प्लेटफार्म के ऊपर था और उसके बाद जब मैं कूदा तो नीचे 'एथेंस 2004' लिखा हुआ था। मुझे ऐसा लगा कि मैं जहाँ पहुंचना चाहता था वहां पहुँच चुका हूँ। मेरी सारी मेहनत का फल मुझे एथेंस में मिला।'
टोक्यो 2020 के लिए क्वालीफाई और बोल्डर यूरोपियन चैंपियन
'आपका प्रतिद्वंदी कोई भी हो, आपको अपना पूरा ज़ोर लगाना पड़ेगा
क्योंकि अगर आप पूरा प्रयास करेंगे तो जीत आपकी होगी।'
'मुझे एक बात हमेशा याद रहेगी, विशेष रूप से जुडो खेल से जुड़ी हुई है। Teddy Riner एक बड़े खिलाड़ी थे और उनसे बड़ा कोई नहीं था। उनके मुकाबले बहुत यादगार थे।'
'Riner के मुकाबले देखते हुए मुझे यह समझ आया की उनके प्रतिद्वंदी मैच के पहले ही जानते थे की परिणाम क्या होगा और इसी वजह से वह पूरा प्रयास नहीं करते थे।'
'व्यक्तिगत दृष्टि से मैंने यह मुकाबले देख कर निर्णय लिया कि यह मेरे साथ नही होगा। आपका प्रतिद्वंदी कोई भी हो, आपको अपना पूरा ज़ोर लगाना पड़ेगा क्योंकि अगर आप पूरा प्रयास करेंगे तो जीत आपकी होगी इसलिए मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करनी चाहिए।'
दो-बार के काता विश्व चैंपियन, दो बार विश्व खेलों पर स्वर्ण विजेता और 16 बार के पैन अमरीकी चैंपियन
'मुझे याद है की मैंने 1988 सिओल खेलों को टीवी पर देखा था और घर जाने के बाद सारी प्रतियोगिताओं के परिणामों की जानकारी रखता था।'
'मेरी पहली ओलंपिक याद 1988 के सोल खेलों की है। मुझे याद है की मैंने 1988 सिओल खेलों को टीवी पर देखा था और घर जाने के बाद सारी प्रतियोगिताओं के परिणामों की जानकारी रखता था।'
'मैंने उस समय अपने आप से कहा कि अगर ऐसी किसी प्रतियोगिता में हिस्सा भी ले पाऊं तो बहुत बड़ी बात होगी। मैंने कराटे का अभ्यास शुरू कर दिया था पर मुझे नहीं पता था कि मैं एक उच्च स्तर खिलाड़ी बनूंगा।'
'मुझे यह भी याद है की लोकप्रिय प्रतियोगिताओं के अलावा भी मैंने बहुत सारे खेल देखे थे। ठीक से तो याद नहीं पर मैंने उन ओलंपिक खेलों में डाइविंग प्रतियोगिता देखी थी, और Greg Louganis के साथ दुर्घटना हुई थी। मैंने 1992 में हुए बार्सिलोना ओलिंपिक खेलों को भी देखा, और मुझे बास्केटबॉल बहुत पसंद आया जिसकी वजह से मैंने एनबीए देखना शुरू किया और अमरीका की ड्रीम टीम का प्रशंसक बन गया।"
टोक्यो 2020 खेल में करेंगी अपने ओलंपिक सफर की शुरुआत
'पदक जीतना महत्वपूर्ण है
पर ओलंपिक खेलों में पूरा विश्व खेल के कारण एक हो जाता है और मानवता का उत्सव मनाता है।'
'ओलंपिक खेलों से जुड़ा पहला क्षण जो मुझे याद है वह सिडनी 2000 खेलों पर इक्वेटोरियल गिनी के Eric Moussambani का फ्रीस्टाइल तैराकी की 100 मी प्रतियोगिता में भाग लेना। वह पहली बार एक ओलिंपिक पूल में तैर रहे थे और तैराकी भी उन्होंने 12 महीने पहले ही शुरू करी थी।'
'उस प्रदर्शन की भावुकता ने मुझे बहुत प्रेरित किया और मैं 12 साल की थी। मैंने देखा कि सारे दर्शक उन्हें रेस पूरी करने के लिए कह रहे थे और उन्हें सबका मानसिक सहयोग मिल रहा था।'
'मुझे उस क्षण समझ आया की ओलिंपिक खेलों के असली मायने क्या थे। पदक जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन ज़्यादा बड़ी बात यह है कि ओलिंपिक खेलों में पूरा विश्व खेल के कारण एक हो जाता है और मानवता का उत्सव मनाता है।"
तीन ओलंपिक खेलों में भाग ले चुके और विश्व चैंपियनशिप स्वर्ण पदक विजेता
'मुझे 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक खेल याद हैं लेकिन प्रतियोगिताएं ज़्यादा याद नही।
मुझे मैस्कॉट के स्टिकर याद रहेंगे।'
'1992 के बार्सिलोना ओलंपिक खेल मुझे याद हैं लेकिन प्रतियोगिताएं ज़्यादा याद नही। मुझे मैस्कॉट के स्टिकर याद रहेंगे लेकिन वह सारे क्षण पूरी तरह याद नहीं हैं। ठीक 4 साल बाद हुए एटलांटा ओलंपिक खेलों ने मुझे बहुत गहरे रूप से प्रभावित किया।'
'मुझे अच्छे से याद है की एटलांटा खेलों के दौरान मैं क्यूबा में एक अभ्यास कैंप में था और वहां खेल लोकप्रिय हैं जिसकी वजह से हर टीवी पर खेलों को दिखाया जा रहा था।'
'सिडनी में हुए 2000 ओलंपिक खेलों से भी मेरी एक याद जुड़ी हुई है और तब मैं मेक्सिको शहर में अभ्यास कर रहा था। मेक्सिको और सिडनी के समय में बहुत अंतर था इसलिए हमारे कोच Fernando Platas के फाइनल को देखने के लिए हम सबको सुबह जल्दी उठना पड़ा।
जब वह जीते थे तो हर्ष और उल्लास का वातावरण था। उस दिन के चार साल बाद मैंने 2004 एथेंस खेलों में भाग लिया।'